इस पुस्तक को तैयार करने के लिये मैने नोर्मल विन्सेट पील के साहित्य की मदद ली है तथा मेरे स्वयं के अनुभव व जानकारी के आधार पर इसे तैयार किया गया है। मुझे निष्चित व पूर्ण विष्वास है कि यह अध्ययन सामग्री किसी के भी जिन्दगी में आमोलचुल परिवर्तन ला सकती है।
अगर इस पुस्तक से आपको मदद मिलती है तो मुझे यह जानकर बेहद खुषी होगी। मुझे इस पुस्तक के सिद्धांतों और फाॅर्मूलों में पूरा विष्वास है। आध्यात्मिक अनुभव की प्रयोगषाला में और रोज़मर्रा के जीवन में इनका परीक्षण किया गया है। जब आप इन पर काम करते है, तो ये आपके लिये काम करते है। हम शायद कभी आमने-सामने मिल न पायें, परंतु इस पुस्तक में तो हम मिल ही लिये है।
सिर्फ़ पढ़ने से काम नहीं चलेगा। अब कृपया पीछे जाइये और लगन से इस पुस्तक में दी गयी हर तकनीक का अभ्यास कीजिये। इस पर लगे रहिये जब तक कि आपको अपेक्षित परिणाम हासिल न हो जायें।
डाॅ.संजय बियानी
निदेशक अकादमिक
बियानी ग्रुप आॅफ काॅलेजे़ज